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: ब्लैक
होल क्या है. और ब्लैक होल ब्लैक होल की घटना , ब्लैक होल
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होल की खोज किसने की , ब्लैक होल फैक्ट्स , ब्लैक होल क्या होता है , ब्लैक होल
सिद्धांत , ब्लैक होल कैसे बनता है जानने के लिये दूसरी पोस्ट
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1. ब्लैक
होल के बाहर प्रकाश का जाना नामुमकिन है. क्योंकि ब्लैक होल में अपार घनत्व के
कारण और असीमित गुरुत्वाकर्षण बल होता है. और इस अनन्त गुरुत्वीय बल के कारण ब्लैक
होल के बाहर रोशनी भी नहीं जा सकती है.
2. इतने
शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण और अपार घनत्व के कारण ब्लैक होल के घटना क्षितिज (इवेंट
होरीजन) में समय का भी प्रभाव कम हो जाता है. और इस स्थिति में जैसे-जैसे ब्लैक
होल के केंद्र के नजदीक जाते हैं वैसे-वैसे समय की रफ्तार बहुत धीमी हो जाती है.
और ब्लैक होल के केंद्र में तो समय का कोई अस्तित्व ही नहीं है.
3. ब्लैक
होल में जो कोई भी किसान कितना है. उसकी मौत बहुत अजीबोगरीब ढंग से होती है.
अजीबोगरीब यानी यह एक भयानक और वोमन उत्पन्न करने वाला दृश्य होगा. अगर आप
ब्लैकहोल की चपेट में आ गए हों तो आपके साथ दो बातें हो सकती हैं. या तो आप तुरंत
ही जलकर राख हो जाएंगे या फिर आप बिना किसी नुकसान झेले ब्लैक होल में फंस जाएंगे.
4. इवेंट
होराइजन यानी कि ब्लैक होल के गुरुत्वाकर्षण की सीमा के अंदर जाते ही किसी भी
अवकाशीय पिंड को ब्लैक होल का शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण बल खींच लेगा. सिर्फ इतना
ही नहीं कोई आदमी अगर घटना क्षितिज (इवेंट होरीजन) के आस-पास भी जाए तो भी उसका
शरीर खिंचाव के कारण लंबा चौड़ा और विकृत तरीके से असाधारण हो जाएगा. और इस
परिस्थिति में भी उसकी मौत जरुर हो जाएगी.
5. हमारी
पृथ्वी से सबसे नजदीकी ब्लैक होल 1600 प्रकाश वर्ष की दूरी
पर है. लेकिन इस ब्लैक होल का हमारी पृथ्वी का सौर मंडल पर कोई प्रभाव नहीं होता
है. क्योंकि यह एक बी ग्रेड का ब्लैक होल है. और उसका गुरुत्वीय प्रभाव यहां तक
नहीं पहुंचता.
6. हमारी
गैलेक्सी मिल्की वे के केंद्र में एक विशालकाय ब्लैक होल है. और हमारे सूर्य से
लगभग 30 लाख गुना बड़ा है. और घनत्व सूर्य से लगभग 1 करोड़ गुना
ज्यदा है, तो आप ही अंदाजा लगाइए की उसका ग्रेविटेशनल फोर्स
उसकी सीमाएं और उसका घटना क्षितिज (इवेंट होरीजन) कहां तक फैला होगा.
7. ब्लैक
होल विकिरण बाहर छोड़ते रहते हैं. वैसे तो ब्लैक होल से किसी भी चीज का बचकर जाना
बहुत मुश्किल है. लेकिन यह एक ही चीज है. जो ब्लैक होल से बाहर निकल सकती है. वह
उसके विकिरण वैज्ञानिकों के अनुसार जैसे जैसे ब्लैक होल अपना विकिरण बाहर छोड़ता
रहता है. वैसे वैसे वह आपना द्रव्यमान खो देता है. और इसी एक प्रक्रिया के कारण
अंत में ब्लॉक खोल की मौत होगी और इसी एक प्रक्रिया के कारण अंत में ब्लॉक खोल की
मौत होगी.
8. ब्लैक
होल विनाशकारी नहीं होते हैं. ब्लैक होल सिर्फ अपने गुरुत्वाकर्षण बल के चेहरे में
आने वाले चीजों पर ही अपना प्रभाव डालते हैं. गुरुत्वीय लहरी के बाहर की चीजों पर
उसका प्रभाव नहीं होता है. कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार ब्लैक होल बहुत ज्यादा ऊर्जा
पा सकते हैं. लेकिन यह इतना आसान नहीं है. लेकिन वह इतना आसान नहीं है.
9. अगर
आप यह सोच रहे हैं. कि दो ब्लैक होल अगर अगर आ जाए तो क्या होगा लेकिन अगर दो ब्लैक
होल टकरा जाते हैं. तो वह दोनों अपने अपने गुरुत्वाकर्षण बल से अपनी अपनी ओर खींच
आएंगे और जिससे उन दोनों का गुरुत्वाकर्षण बल एक समान हो जाएगा और दोनों मिलकर एक
बड़े ब्लैक होल का निर्माण कर देंगे.
10. कई
बार ब्लैक होल में शोर भी होता है. जब कोई बड़ा आकाशीय पिंड ब्लैक होल के इवेंट
होराइजन में चला जाता है. तो उसके सारे अणु बिखर जाते हैं. और वह प्रकाश की गति से
ब्लैक होल के केंद्र की ओर गिरते हैं. जिससे शोर पैदा होता है. लेकिन उसे भी ब्लैक
होल बाहर नहीं जाने देता और अपनी ओर खींच लेता है.
11. ब्लैक
होल के अंदर कोई भी भौतिक विज्ञान नियम काम नहीं करता है. क्योंकि इतने शक्तिशाली
गुरुत्वाकर्षण के बल से वह किसी भी चीज को खत्म कर सकता है. इसलिए वहां पर समय और
अंतरिक्ष की चीजों का बिल्कुल भी अस्तित्व नहीं है. किसी भी तरह की वस्तु अगर वहां
पर जाती है. तो वह खत्म हो जाती है.
12. जब
कोई विशाल तारा अपने अन्त की ओर पहुंचता है. तो वह अपने ही भीतर सिमटने लगता है.
धीरे धीरे वह भारी भरकम ब्लैक होल बन जाता है. और सब कुछ अपने में समेटने लगता है.
13. ब्लैक
होल को उर्जा उसके द्रव्यमान से नहीं मिलती है. बल्कि उनके आकार से मिलती है यह
बात बिल्कुल सच है. कि ब्लैक होल का द्रव्यमान बहुत ज्यादा होता है. लेकिन उसके
आकार के कारण है. कई बड़े आकाशीय पिंडों को इकट्ठा किया जाए तो उनका घनत्व आपस में
सिकुड़कर सिर्फ एक बिंदु समान अवस्था में Compress हो जाता
है. इतने छोटे से आकार में इतना सारा घनत्व होने के कारण उसको इतना ज्यादा
शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण बल प्राप्त होता है.
14. महान
वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन ने बताया है. कि किसी भी चीज़ का
गुरुत्वाकर्षण स्पेस को उसके आसपास लपेट देता है. और उसे कर्व जैसा आकार दे देता
है.
15. ब्लैक
होल के बारे में कई रिसर्च किए गए हैं. और ब्लैक होल्स के कई रहस्यों को आज के समय
के साइंस ने दुनिया के सामने रखा है हमारे कई वैज्ञानिक लगातार इसका रिसर्च कर रहे
हैं. और यह बात सच है कि आने वाले समय में हमें ब्लैक होल्स के बारे में और भी
ज्यादा जानकारी प्राप्त होगी और शायद आने वाले समय में हम उसकी ऊर्जा का भी
इस्तेमाल कर सकेंगे.
आपको इस
पोस्ट में दी गयी रोचक जानकारी आशा करता हूँ अच्छी लगी होगी अगर आपका कोई सवाल है तो
कमेंट में पूछें!
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Thank you